Friday 6 November 2015

मरने के बाद वो फिर लौट आए….

मरने के बाद कभी कोई वापिस नहीं आता. हां, वे लोग जो असमय मृत्यु के शिकार बने, उनकी रूह जरूर इंसानी दुनिया को छोड़कर जाने में हिचकिचाती है. खैर कई बार कुछ ऐसे चमत्कार भी होते हैं जिनकी तह तक पहुंच पाना बहुत मुश्किल है, ऐसा क्यों हुआ… इस सवाल का जवाब ढूंढ़ना मनुष्य के बस की बात भी नहीं  रह जाती. आज हम आपको
कुछ ऐसे लोगों की कहानी सुनाने जा रहे हैं जिन्होंने मरने का स्वाद तो चखा लेकिन मरने के कुछ घंटों बाद उनका जीवित लौट आना उनके परिवार और दोस्तों के लिए डरावना लम्हा बन गया:

फिलिपिंस में रहने वाली एक तीन साल की लड़की अपने कॉफिन में जिन्दा मिली. पूरा परिवार शोक में था, चारों ओर गम का माहौल था…

 बुखार से पीड़ित एक मासूम ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था…. लेकिन अचानक उसके परिवारवालों ने जब उसकी वस्तुओं को कॉफिन में रखने के लिए कॉफिस का ढक्कन उठाया तो अपनी बेटी को हिलते हुए देखा. उसे फटाफट बाहर निकालकर पानी पिलाया गया. अस्पताल में कुछ दिन वहां रहने के बाद वह लड़की अपने परिवार के पास वापिस लौट आई.

34 साल के ब्राइटन डामा जैंथे, जिम्बाबवे में रहते हैं. पिछले साल मई के महीने में एक लंबी बीमारी के बाद उनकी मौत हो गई थी 

लेकिन जब उन्हें दफनाया जाने लगा तब उनके बॉस ने उन्हें हिलता हुआ पाया. ब्राइटन दो दिन तक अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर रहे और आज सकुशल हैं. उनका कहना है कि ईश्वर ने उन्हें जीवित रहने का दूसरा मौका दिया है.

इस साल फरवरी माह में वॉल्टर वीलियम्स को मृत घोषित कर दिया गया था और जैसे ही उनके शव पर लेप लगाकर उन्हें दफनाने की तैयारी की जाने लगी, वह जीवित हो उठे. अपने पैर हिलाकर उन्होंने अपने जीवित होने का इशारा किया.

95 वर्ष की एक चीनी महिला ली ज्यूफेंग ने 6 दिन बाद अपने कॉफिन से बाहर निकलकर अपने परिवार और पड़ोसियों को डराकर रख दिया. सिर पर गहरी चोट लगने की वजह से ली की मौत हुई और उनके शव को पड़ोसी के घर एक कॉफिन में डालकर रखा गया था लेकिन अचानक वह जिन्दा हो उठी. अपने फ्यूनरल से एक दिन पहले ली को रसोई में खाना बनाते हुए देखा गया.

वर्ष 2012 में निमोनिया के चलते केल्विन सैंटोस नाम एक मासूम की मौत हो गई 
लेकिन जिस दिन उसे दफनाया जाना था उसी दिन वह अपने कॉफिन से उठा और पानी का गिलास मांगने लगा. उसके परिवार वालों ने खुशी-खुशी उसे पानी पिलाया लेकिन पानी पीते ही फिर वो मौत के सन्नाटे में खो गया.